1.एक तरफ पौ बारह पच्चीस, दुसरी तरफ दर्शन भी नहीं नसीब, यूरिया खाद की किल्लत झेल रहे कृषकों की पीडा

भीलवाडा समाचार सिताराम माली
हनुमाननगर. क्षेत्र के कृषकों पर आजकल एक कहावत सटीक बैठ रही है। एक तरफ पौ बारह पच्चीस तो दूसरी तरफ दर्शन भी नहीं नसीब। हनुमाननगर क्षेत्र के कृषकों को खेती के लिए यूरिया की भयंकर किल्लत का सामना करना पड़ रहा है वहीं टोंक जिले के निवासी किसानों को यूरिया वितरित किया जा रहा है। जिसके चलते किसानों में प्रशासन के प्रति नाराजगी फैल रही है। देवली के समीप बसी आबादी में अधिकतर कृषक परिवार भीलवाड़ा जिले के रहने वाले हैं। देवली में खाद वितरण की सूचना मिलते ही भीलवाड़ा जिले के रहनेवाले किसान भी खाद विक्रेताओं के समक्ष लाईन लगाकर खडे हो जाते हैं। आज भी ऐसा ही नजारा उस समय देखने को मिला, जब भीलवाड़ा जिले के किसानों का लाईन में नम्बर आते ही देवली के अधिकारियों ने भीलवाड़ा के किसानों को खाद देने से इंकार कर दिया। जिसके बाद किसान भडकने लगे। देवली कृषि अधिकारी रेखा मीणा ने बमुश्किल किसानों को समझाकर वापस भेजा। हमारे संवाददाता ने जब इसकी जानकारी मांगी तो कृषि अधिकारी रेखा मीणा ने टोंक जिला कलेक्टर एवं कृषि उपनिदेशक के आदेश दिखायी, जिसमें स्पष्ट उल्लेख था कि खाद की आपूर्ति सिर्फ टोंक जिले के निवासी किसानों को ही की जाये। जबकि देवली के समीप रहने वाले किसानों में अधिकतर भीलवाड़ा जिले के वाशिंदे हैं। टोंक कलक्टर व कृषि निदेशक के आदेशों के चलते क्षेत्र की ऊंचा, कुंचलवाडा व टीकड, अमरवासी ग्राम पंचायत के कृषकों में गहरी नाराजगी फैल रही है।